क्रिकेट को अनिश्चताओं का खेल कहा जाता है. यहां कुछ भी नामुमकिन नहीं है. यहां किसी गेंदबाज एक ओवर में 6 छक्के लग जाते हैं, तो किसी गेंदबाज के पूरे जीवन में एक भी छक्का नहीं लगता. आज हम ऐसे ही कुछ गेंदबाजों के बारे में बात कर रहे हैं जिनकी गेंदों पर कोई भी बल्लेबाज छक्का नहीं लगा सका.
मोहम्मद हुसैन (पाकिस्तान)
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद हुसैन को 1952-1953 के भारत दौरे पर पहचान मिली थी. हुसैन ने पाकिस्तान के लिए 27 टेस्ट मैच खेले. उन्होंने इस दौरान 5910 गेंद फेंकी और 68 विकेट लिए. उन्होंने भी अपने करियर में कभी छक्का नहीं खाया.
कीथ मिलर (ऑस्ट्रेलिया)
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से 55 टेस्ट मैच खेलने वाले कीथ मिलर ने अपने करियर के दौरान 170 विकेट हासिल किए. उन्होंने इस दौरान 10 हजार 461 गेंद फेंकी, मगर एक भी ऐसी गेंद नहीं फेंकी, जिस पर कोई बल्लेबाज छक्का लगा पाए.
नील हॉक (ऑस्ट्रेलिया)
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी नील हेवक ने 1963 में ऑस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू किया था और 27 टेस्ट मैच खेले. उन्होंने 145 प्रथम श्रेणी मैच खेले थे. इस दौरान उन्होंने 6 हजार 987 गेंद फेंकीं और उनकी गेंदों पर भी कोई बल्लेबाज छक्का नहीं लगा पाया.
मुदस्सर नजर (पाकिस्तान)
1976 से 1989 तक पाकिस्तान की तरफ से खेलने वाले मुदस्सर नजर ने 76 टेस्ट और 112 वनडे मैच खेले थे. यही नहीं टेस्ट की बात करें तो मुदस्सर नजर ने बतौर गेंदबाज 5867 गेंदे फेंकी, लेकिन कोई बल्लेबाज उन्हें एक छक्का भी नहीं जड़ सका.
डेरेक प्रिंगल (इंग्लैंड)
इंग्लैंड के स्टार गेंदबाज डेरेक प्रिंगल को कौन भूल सकता है. केन्या में जन्में डेरेन ने अपने करियर की शुरुआत तो बतौर बल्लेबाज की थी, मगर उन्होंने मध्यम गति के गेंदबाज के रूप में भी अपनी पहचान बना ली. उन्होंने इंग्लैंड की तरफ से 30 टेस्ट मैच खेले. डेरेन ने 5 हजार 287 गेंद फेंकी और 70 विकेट हासिल किए, लेकिन कोई बल्लेबाज उन्हें एक छक्का भी नहीं जड़ सका.