भारत ने टी20 वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को नागपुर में 6 विकेटों से हराकर तीन मैचों की सिरीज़ 2-1 से अपने नाम की है.

2013 के बाद पहली बार इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को टी20 सिरीज़ में हराया और अगले महीने ऑस्ट्रेलिया में ही होने वाली टी20 वर्ल्ड कप के लिए अपनी दावेदारी मज़बूत कर दी.

भारत के इस यादगार जीत के हीरो कौन रहे, डालते हैं एक नज़र.

सूर्यकुमार यादव का 360 डिग्री अटैक

ऑस्ट्रेलिया का 187 रनों का लक्ष्य कमज़ोर नहीं था लेकिन जिस खिलाड़ी ने भारतीय दावे को मज़बूत किया वो थे सूर्यकुमार यादव.

चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आए सूर्या ने मैदान के चारों और शॉट्स लगाए. कमेंटेटर्स भी उनकी रेंज की तारीफ़ करते नहीं थके – स्ट्रेट हिट, पुल, स्वीप, इनसाइड आउट लॉफ्ट, हेलिकॉप्टर शॉट – कौन सा शॉट था जो उन्होंने अपने 69 रनों की पारी में नहीं खेला?

भारत के पूर्व कोच और फ़िलहाल मैच में कमेंट्री कर रहे रवि शास्त्री ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया एक मज़बूत विपक्षी टीम है, भारत दबाव में भी था, ऐसे में ग्राउंड के चारों ओर बेतकल्लुफ़ होकर खेलना इस टीम में सूर्यकुमार की अहमियत को दर्शाता है.”

कमज़ोर ओपनिंग के बाद कोहली-सूर्या की साझेदारी

भारतीय टीम की शुरुआत कमज़ोर रही और दोनों ही ओपनर्स कुछ खास नहीं कर पाए. 30 पर 2 के स्कोर पर भारतीय टीम दबाव में आ गई थी.

लेकिन कोहली ने ज़ैम्पा के विरुद्ध आक्रामक बल्लेबाज़ी कर टीम को मुश्किल से निकाला, और आख़िरी ओवर तक ऐसा करते रहे.

उन्होंने सूर्यकुमार यादव के साथ तीसरे विकेट के लिए 100 रनों की अहम साझेदारी निभाई.

कोहली

जब सूर्या क्रीज़ पर थे तो कोहली उन्हें ज्यादा स्ट्राइक दे रहे थे और दूसरी छोर से उनकी बैटिंग का आनंद ले रहे थे लेकिन जब सूर्या आउट हुए तो उन्होंने लगातार बांउड्री लगाकर मैच को अपने काबू में कर लिया.

सुनील गावस्कर भी कोहली की तारीफ़ करते नहीं थके. उन्होंने कमेंट्री में कहा, “लॉंग ऑफ़ के उपर कमिंस के ख़िलाफ़ सिक्स और फ़िर आखिरी ओवर में सैम्स की गेंद पर छक्का सही मौक़े पर लगाए गए लाजवाब शॉट्स थे.”

भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ को शायद सूर्यकुमार यादव के 69 रनों से भी ज्यादा खुशी विराट कोहली के अर्धशतक से मिली होगी. कारण साफ़ है – अगले महीने टी20 वर्ल्ड में कोहली का फॉर्म भारतीय बैटिंग का आत्मविश्वास बढ़ाएगी.

रवि शास्त्री ने भी कहा कि वर्ल्ड कप में विराट कोहली का यह फ़ॉर्म भारत के लिए बड़ा बोनस होगा.

अक्षर पटेल – मैन ऑफ़ द सिरीज़

पटेल ने सीरीज़ में एक बार फिर शानदार बोलिंग की और 3 विकेट झटके. उन्होंने पहले फ़िंच को कैच आउट कराया और फिर ख़तरनाक इंग्लिश और वेड को डगआउट में वापस भेजा.

इसके अलावा उन्होंने मैक्सवेल को भी सीधे थ्रो से रन आउट किया और ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग की कमर तोड़ दी. तीन मैचों की सिरीज़ में उन्होंने 10 ओवर में 63 रन देकर सर्वाधिक 8 विकेट लिए और प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ बने.

अक्षर पटेल की असरदार गेंदबाज़ी नें रवींद्र जडेजा की बोलिंग की कमी को महसूस नहीं होने दिया.

अक्षर पटेल

युज़वेंद्र चहल

चहल ने मिडिल ओवर्स में अक्षर पटेल के साथ शानदार साझेदारी की और किफ़ायती गेंदबाज़ी करते हुए 4 ओवरों में सिर्फ़ 22 रन खर्च किए.

इसके अलावा उन्होंने अपने रॉन्ग -वन डिलीवरी से स्टीव स्मिथ को कीपर कार्तिक के हाथों स्टंप आउट कराया. चहल ने इतनी सधी बोलिंग की कि उनके 4 ओवर के स्पेल में महज़ एक चौका लग पाया जो टी20 मैच में अकल्पनीय जैसा है.

डेनियल सैम्स
आख़िरी ओवर ग्रीन की जगह सैम्स को देना

ऑस्ट्रेलिया ने लक्ष्य बचाने में एक टैक्टिकल ग़लती भी कर दी. आखिरी ओवर में भारत को 11 रनों की ज़रूरत थी. ऑस्ट्रेलिया के पास ओवर को डालने के लिए दो विकल्प थे – डेनियल सैम्स, कैमरन ग्रीन.

हालांकि सैम्स ने 3 ओवरों मे 22 रन देकर एक विकेट लिया था लेकिन ग्रीन का फ़िगर उनसे बेहतर था – 3 ओवर में सिर्फ़ 14 रन.

लेकिन कप्तान फ़िच ने गेंद दिया अनुभवी सैम्स को जो रनों को रोक नहीं पाए. ग्रीन को उनकी लंबी हाइट और बोलिंग में बेहतरीन लेंथ की वजह से मार पाना भारतीय बल्लेबाज़ शायद ज़्यादा मुश्किल मानते.

सैम्स को पहले ही गेंद पर कोहली ने छक्का लगाकर मैच को भारत के पक्ष में कर दिया था. हार्दिक के चौकै ने 9 साल बाद भारत को ऑस्ट्रेलिया पर सीरीज़ जीत दिलाई.

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