श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का ऐलान कर दिया गया है. टीम इंडिया अनुभवी ओपनर शिखर धवन की अगुआई में तीन मैचों की वनडे और इतने ही मुकाबलों की टी20 सीरीज खेलने के लिए पड़ोसी देश रवाना होगी.
टीम का उपकप्तान तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को चुना गया है. इस टीम में जहां कई पुराने चेहरों की वापसी हुई है, वहीं पांच खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जिन्हें पहली बार टीम इंडिया से बुलावा आया है. इनमें नीतीश राणा, देवदत्त पडिक्कल, ऋतुराज गायकवाड़, चेतन साकरिया और कृष्णप्पा गौतम शामिल हैं. लेकिन एक भारतीय क्रिकेटर ऐसा भी रहा, जिसे उम्मीदों के बावजूद निराशा ही हाथ लगी. अब इसी बल्लेबाज ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द जाहिर किया है.
दरअसल, शेल्डन वो भारतीय क्रिकेटर हैं जिन्हें श्रीलंका दौरे के लिए टीम इंडिया में जगह नहीं मिली सकी है. जैकसन घरेलू क्रिकेट में नियमित रूप से रन बना रहे हैं. उन्होने इसी वर्ष सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 5 मैंचो में एक शतक की मदद से 242 रन बनाए थे. जिसमें उन्होने अपने आतिशी तेवर दिखाते हुए 20 चौके और 13 छक्के लगाए थे. इस दौरान उनका औसत 80.23 का था और स्ट्राइक रेट 155 से ज्यादा का रहा.
शेल्डन ने रणजी ट्रॉफी के पिछले दो सीजन में लगातार 800 से ज्यादा रन बनाए हैं. बावजूद इसके उन्हें टीम में जगह नहीं मिली. उन्होंने 76 प्रथम श्रेणी मैचों में 49.22 की औसत से 5634 रन बनाए हैं. अब टीम में न चुने जाने को लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर बिना कहे ही अपना दर्द जाहिर किया. उन्होंने एक दिल की इमोजी पोस्ट की जो टूटा हुआ है. इससे पता चलता है कि जैकसन इस समय कितना टूटा हुआ महसूस कर रहे हैं. उनके इस दुख में प्रशंसकों में भी निराशा दिखी और वो खुलकर उनके समर्थन में आए.हाल ही में एक इंटरव्यू में शेल्डन जैकसन ने कहा था कि क्रिकेट के किस कानून में ये बात लिखी है कि 30 साल से ज्यादा के खिलाड़ी टीम में नहीं चुने जा सकते. शेल्डन जैकसन भारत के उन चार खिलाडि़यों में शामिल हैं जिन्होंने रणजी ट्रॉफी के चार सीजन में 750 से ज्यादा रन बनाए हैं. इनमें अभिनव मुकुंद, विनोद कांबली, शेल्डन जैकसन और अजय शर्मा शामिल हैं.
जैकसन ने साथ ही कहा था कि मेरे नाम एक ऐसा रिकॉर्ड भी जिसके बारे में कोई भी बात नहीं करता. मैंने रणजी ट्रॉफी में 100 से ज्यादा छक्के लगाए हैं. एक ऐसे प्रारूप में जहां कम जोखिम की दरकार होती है, वहां मैंने ज्यादा जोखिम लिया है. इसका साफ मतलब है कि मेरे पास खेल तो है. हालांकि अब उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम में चुने जाने के लिए और इंतजार करना पड़ेगा. क्योंकि इंग्लैंड दौरे के बाद अब टीम इंडिया को सितंबर-अक्टूबर में फिर आईपीएल खेलना होगा.