भारत और जिंबाब्वे के बीच तीन एकदिवसीय मुकाबलों की श्रंखला समाप्त हो चुकी है, भारतीय टीम ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए जिंबाब्वे को तीसरे एकदिवसीय मुकाबले में भी 13 रनों से हराते हुए इस श्रृंखला को 3-0 से जीत लिया. एशिया कप के पहले यह मुकाबला इस वजह से भी अहम था क्योंकि कई खिलाड़ियों को चयनकर्ता परखना चाहते थे और काफी हद तक चयनकर्ताओं को अपने विश्व कप की टीम मिल चुकी है.
इस बात का अंदाजा भी हो चुका है कि लंबे समय के बाद वापसी कर रहे लोकेश राहुल कैसी बल्लेबाजी कर रहे हैं. भारतीय टीम ने भले इस श्रृंखला को एकतरफा जीत लिया हो, लेकिन इस पूरे श्रृंखला में एक बल्लेबाज ऐसा रहा जो लोकेश राहुल की कप्तानी से बिल्कुल भी खुश नहीं हैं. क्यूंकि इस धाकड़ बल्लेबाज को तीनों ही मुकाबलों में लोकेश राहुल ने मौका नहीं दिया. जिंबाब्वे दौरे के लिए कप्तान नियुक्त किये गए लोकेश राहुल ने कप्तानी तो शानदार की लेकिन बल्लेबाजी में उन्होंने निराशाजनक प्रदर्शन किया.
पिछले चार श्रृंखला में टीम इंडिया के साथ दौरा कर रहे राहुल त्रिपाठी अभी तक अपने डेब्यू के लिए तरसते नजर आ रहा है. बता दे, पहले शिखर धवन बाद में रोहित शर्मा अब लोकेश राहुल ने भी अपनी कप्तानी में इस शानदार खिलाड़ी को मौका नहीं दिया जिसके कारण राहुल त्रिपाठी बेहद निराश नजर आ रहे हैं. राहुल त्रिपाठी का नाम वेस्टइंडीज दौरा और आयरलैंड दौरे के बाद जिंबाब्वे के दौरे पर शामिल किया गया था. वेस्टइंडीज और आयरलैंड के खिलाफ मौका नहीं मिलने पर यह बात तय थी कि जिंबाब्वे के दौरे पर राहुल त्रिपाठी को मौका जरूर दिया जाएगा.
माना जा रहा था कि लंबे समय के बाद वापसी कर रहे लोकेश राहुल अपनी कप्तानी में राहुल त्रिपाठी को पदार्पण का मौका देंगे क्योंकि राहुल त्रिपाठी पिछले कुछ समय से लगातार शानदार प्रदर्शन करते आ रहे हैं. राहुल त्रिपाठी को आखिरी वनडे में शिखर धवन की जगह मौका दिया जा सकता था क्योंकि शिखर धवन पिछले कुछ समय से लगातार मुकाबले खेलते आ रहे हैं लेकिन लोकेश राहुल ने आखिरी मुकाबले में भी चौकाते हुए राहुल त्रिपाठी को बेंच पर बिठा दिया जिसके कारण इस खिलाड़ी का दिल पूरी तरह से टूट चुका है और अब आने वाले समय में एशिया कप और विश्व कप का मुकाबला है ऐसे में राहुल त्रिपाठी को फिर से कड़ी मेहनत करके चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करना होगा.