आईपीएल भारतीय क्रिकेट का एक ऐसा मंच है जहां से नई प्रतिभा उभरकर सामने आती हैं. आईपीएल में मौजूदा सीजन में कई चेहरों ने अपनी पहचान बनाई है. दिल्ली कैपिटल के ऑलरांउडर ललित यादव इन्ही में से एक हैं.
20 अप्रैल को चेन्नई में दिल्ली और मुंबई के बीच खेले गए मैच में ललित यादव ने अहम भूमिका निभाई थी. उन्होने इस मैच में अपनी 4 ओवर की गेंदबाजी में 17 रन देकर 1 विकेट लिया था. उनकी इस किफायती गेंदबाजी के दम पर दिल्ली ने मुम्बई को 137 रनों पर रोककर मैच में जीत हासिल की थी. जिसके बाद ललित यादव चर्चा में आए.नजफ़गढ़ के खैरा गांव निवासी जिले सिंह यादव अपने बेटे ललित के बारे में बताते हैं कि जब वह 6 साल के थे तब एक बार अपने भाई तरुण के साथ घर के बाहर ही क्रिकेट खेल रहे थे. इस दौरान उन्होंने एक शॉट मार कर अपने घर की खिड़की का कांच तोड़ दिया. जिसके लिए दोनो भाईयों को डांट खानी पड़ी. इसके बाद दोनों भाइयों को गांव के पास में लगे समर कैंप में भेज दिया गया.
यहीं से उनके सर पर क्रिकेटर बनने का जुनून सवार हो गया. ललित इंटर कॉलेज प्रतियोगिता में दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रद्धानंद कॉलेज क्रिकेट टीम में पार्ट टाइम विकेटकीपर के तौर पर खेल चुके हैं. हांलकी कोच के कहने पर वह गेंदबाज बन गए.
अपने कॉलेज के दिनों में ललित अपने बल्ले से बड़े बड़े कमाल दिखा चुके हैं. नजफगढ़ स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में खेले गए टी-20 मुकाबले में ललित एक नहीं बल्कि दो दो बार 6 गेंदों पर 6 छक्के लगा चुके हैं. इसके अलावा इन्होंने अंडर-14 के 40 ओवर के एक मैच में वह दोहरा शतक भी जड़ा था. ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद स्पोर्ट्स कोटे से ललित को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में नौकरी मिल गई.
ललित यादव ने आईपीएल में 5 मैच खेले हैं. वह 40 टी20 मैंचो में 142.79 की स्ट्राइक रेट से 614 रन बना चुके हैं. इसके अलावा उन्होने 30 विकेट भी हासिल किए हैं.