PAK vs AFG: नसीम शाह ने बताया हसनैन से क्या हुई थी बात, कहा- “भारत को नहीं खेलने देना है फाइनल” इसलिए जड़ दिए 2 ताबड़तोड़ छक्के – The Focus Hindi

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PAK vs AFG: नसीम शाह ने बताया हसनैन से क्या हुई थी बात, कहा- “भारत को नहीं खेलने देना है फाइनल” इसलिए जड़ दिए 2 ताबड़तोड़ छक्के

एशिया कप 2022 (Asia Cup 2022) में बीती रात अफगानिस्तान बनाम पाकिस्तान मैच में एक बेहद रोमांचक मैच में पाक टीम की मात्र एक विकेट से जीत हुई। इस जीत के रथी नसीम शाह ( Naseem Shah) रहे। उन्होंने अंतिम ओवर में 10वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए लगातार दो छक्के जड़े और अपनी टीम को जीत दिलाई। इस जीत के बाद उन्होंने मैच परिस्तिथियों की बात की और साथ ही कहा कि अभी दुनिया ने उनके बल्ले की क्षमता नहीं देखी है।

खुद पर विश्वास करके लगाए छक्के: Naseem Shah

पाकिस्तान के लिए सरप्राइज़ पैकेज बनकर उभरे नसीम शाह ने मैच के बाद प्रेजेंटेशन में कहा कि

“मुझे खुद के ऊपर पर विश्वास था। मुझे ये बात पता था कि मैं मैच जिता सकता हूं। मै जानता था कि यॉर्कर गेंदें आएंगी, जिसके लिए मैं तैयार था। मोहम्मद हसनैन से इस विषय में मेरी पहले भी बात हुई थी कि खुद पर विश्वास रखना चाहिए। हिट तो लग सकता है। नेट में भी हम इसकी काफी प्रैक्टि्स करते हैं। उससे मैंने अपना बल्ला बदला और कहा कि मेरा बल्ला ठीक नहीं है। मैंने कहा कि मैं मार सकता हूं और हम मैच जीत गए।”

पाक टीम को जीताने की जिम्मेदारी मेरे ऊपर थी : नसीम शाह

आगे अपनी बातचीत में नसीम शाह ने कहा कि

“ड्रेसिंग रूम से निकलने के बाद मैं आसिफ भाई के साथ खेल रहा था, मेरी उनसे यही बात हुई कि मैं उन्हें स्ट्राइक देता रहूंगा, लेकिन वह आउट हो गए। इसके बाद मुझे लगा कि अब पाकिस्तान को जिताने की जिम्मेदारी मेरे ऊपर ही है और अल्लाह का शुक्र है कि मैंने पाकिस्तान को जिता दिया।”

मैं हिटिंग की काफी प्रैक्टिस करता हूं : Naseem Shah

आगे अपनी बातचीत में उन्होंने कहा किसी को नहीं लगता कि 10वे नंबर का खिलाड़ी मैच जीता देगा। लेकिन मैं हिटिंग की काफी प्रैक्टिस करता हूं। नसीम शाह ने कहा

“हां, बिलकुल क्योंकि ये मैच ऐसा ही था, जब किसी टीम के 9 आउट होते हैं तो किसी की भी उम्मीद नहीं होती कि दसवें नंबर का बल्लेबाज मैच जिता दे, लेकिन मेरा खुद पर विश्वास था। मैं हिटिंग की प्रैक्टि्स खूब करता हूं। ये मेरे लिए यादगार मैच रहेगा। मेरी बॉलिंग तो अच्छी रही है, लेकिन आज सब भूल गए कि मैं बॉलर भी हूं। हम यही सोच रहे थे, ये मैच जीतते ही हम फाइनल में पहुंचते, इसलिए मैंने पूरा जोर लगा दिया”।

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