क्रिकेट को जेंटलमैन स्पोर्ट्स से भी जाना जाता है. यह एक मात्र ऐसा खेल है जो भारत में हर गली मोहलले में खेली जाती है और इससे अजनबी भी दोस्त बन जाते है.
नेशनल क्रिकेट टीम में भी ऐसा ही होता है. एक टीम के खिलाड़ी अपने देश का विजय चाहते है, विदेश दौरे पर जाते है, साथ प्रैक्टिस करते है, एक दूसरे के सूख दुख में साथ रहते है और अच्छे दोस्त बन जाते है. मगर कई बार ऐसा देखा गया है कि खेल ही के वजह से या कोई पर्सनल बात से खिलाड़ियों में मतभेद हो जाते है और वे दुश्मन बन जाते है. आइए देखते है कुछ ऐसे ही खिलाड़ियों को.
1. सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली
सचिन और विनोद कांबली बचपन से दोस्त थे. सचिन और विनोद कांबली ने स्कूल के दिनों में 664 रनों की शानदार साझेदारी भी की थी. बता दे सचिन ने करियर कांबली से पहले कर ली थी वहीं कांबली को टीम इंडिया बाद मे मिली.
धीरे-धीरे छोटी मोटी वजहों से सचिन और कांबली के रिश्ते में दरार पड़ने लगी। हुआ यूं कि एक प्रोग्राम के दौरान कांबली ने सचिन के खिलाफ कहा था कि सचिन ने बुरे वक्त में उनकी मदद नहीं की, जबकि वे चाहते तो कर सकते थे.
2. दिनेश कार्तिक और मुरली विजय
दिनेश कार्तिक और मुरली विजय में बहुत ही करीबी मित्रता थी. हुआ यूं कि कार्तिक ने एक बार अपनी पत्नी को मुरली से मिलवाया था और बाद में पता चला कि कार्तिक की पत्नी निकिता ने मुरली विजय से शादी कर ली. यह सच है कि मुरली विजय का कार्तिक की पत्नी के साथ अफेयर था जिसकी भनक लगते ही कार्तिक ने पत्नी निकिता और दोस्त मुरली से बहुत दूर हो गए थे.
3. विराट कोहली और गौतम गंभीर
दरअसल विराट और गंभीर के बीच में आईपीएल के दौरान एक छोटी सी लड़ाई हो गई थी. भरी जनता ने दोनो के झगड़े को देखा था. हुआ यूं कि 2013 में केकेआर-आरसीबी के मैच के बीच विराट कोहली आउट होकर अपशब्द बोल रहे थे, तभी गंभीर ने बोला की आउट होकर जा रहे हो तो गाली क्यों दे रहे हो। एग्रेसिव कोहली और भी भड़क गए और मैच के दौरान है तीखी तकरार हो गई.
4. वीरेन्द्र सहवाग और महेन्द्र सिंह धोनी
धोनी और सहवाग की दोस्ती और दुश्मनी किसी से नहीं छुपी है. कप्तान धोनी द्वारा सहवाग को टीम से बाहर किए जाने का मुद्दा काफ़ी संवेदनशील रहा था. बहरहाल खराब फील्डिंग के वजह से सेहवाग को टीम से ड्रॉप किया गया था. इसके बाद पब्लिक मीटिंग में सहवाग के बयानों से दोनों के बीच के खराब रिश्तों दिखने लगे थे.