16 साल के लंबे करियर में पूर्व भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने बैटिंग और कप्तानी के मोर्चे पर अलग पहचान बनाई. चाहे वो छक्के लगाकर मैच जिताना हो या फिर एक कप्तान के दौरा पर भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाना. धोनी को क्रिकेट प्रेमी कई किरदार में याद करेंगे.
वैसे तो क्रिकेट की दुनिया में आए दिन कुछ नए रिकॉर्ड बनते और कुछ पुराने टूट जाते हैं, लेकिन धोनी के वो 7 रिकॉर्ड अनोखे हैं, जिसे तोड़ना किसी क्रिकेटर के लिए बड़ी चुनौती होगी.
1. चेज़ करते हुए जीतः लक्ष्य का पीछा करते हुए मैच जीतना मुश्किल चुनौती होती है. लेकिन धोनी को चेंज़ करना खासा पसंद था. लक्ष्य का पीछा करते हुए जीते हुए मैचों में धोनी 47 बार नॉट आउट रहे. कोई भी उनके इस रिकॉर्ड के आसपास भी नहीं हैं.
2. छक्का लगाकर जीतः आखिरी ओवर तक मैच को ले जाना धोनी की आदत थी. लिहाज़ा 9 बार उन्होंने छक्का लगा कर टीम इंडिया को जीत दिलाई. ये एक रिकॉर्ड है. किसी भी बल्लेबाज़ ने अब तक ये कारनामा नहीं किया है.
3. सबसे ज्यादा स्टम्पिंगः वनडे में धोनी ने 123 बल्लेबाज़ों को स्टम्पिंग किया है. ये वनडे में सबसे ज्यादा स्टम्पिंग का रिकॉर्ड है. टी-20 में भी उन्होंने 34 स्टम्पिंग किए, ये भी वर्ल्ड रिकॉर्ड है.
4.पहले और आखिरी मैच में रन आउटः धोनी अपने पहले और आखिरी दोनों वनडे में रन आउट हुए. साल 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ पहली गेंद पर ही वो रन आउट हो गए थे. जबकि पिछले साल वर्ल्ड कप में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 72 गेंदों पर 50 रन बनाने के बाद वो रन आउट हो गए.
5. सबसे ज्यादा रनः एक विकेटकीपर-कप्तान के तौर पर धोनी ने सबसे ज्यादा 6641 रन बनाए. किसी भी क्रिकेटर ने अब तक ये कारनामा नहीं किया है.
6. सबसे ज्यादा मैचों में कप्तानी का रिकॉर्डः धोनी ने 16 साल के करियर में सबसे ज्यादा 332 मैचों में कप्तानी की. जिसमें 200 वनडे, 72 टी-20 और 60 टेस्ट मैच हैं. किसी कप्तान ने ये कारनामा नहीं किया. दूसरे नंबर पर रिकी पॉन्टिंग हैं. जिन्होंने 324 मैचों में कप्तानी की.
7. सबसे ज्यादा आईसीसी ट्रॉफीः धोनी की कप्तानी में भारत को आईसीसी के तीन टूर्नामेंट में जीत मिली. ये कारनामा किसी भारतीय कप्तान ने नहीं किया है.