सचिन तेंदुलकर की अगुवाई वाली इंडिया लीजेंड्स ने शनिवार रात रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज में दिलकरत्ने दिलशान की श्रीलंका लीजेंड्स को 33 रनों से हराकर लगातार दूसरी बार खिताब पर कब्जा किया। इस मैच में कप्तान सचिन तेंदुलकर तो कुछ कमाल नहीं दिखा पाए, मगर उन्होंने डगआउट से मास्टर स्ट्रोक खेलकर टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाई। इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए नमन ओझा के शतक के दम पर श्रीलंका के सामने 196 रनों का लक्ष्य रखा था। इस स्कोर के सामने दिलशान की पूरी टीम 162 रनों पर ही ढेर हो गई।
सचिन तेंदुलकर ने डगआउट से खेला ये मास्टर स्ट्रोक
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत बेहद निराशाजनक रही थी। कप्तान सचिन तेंदुलकर जहां गोल्डन डक पर आउट हुए, वहीं सुरेश रैना 2 गेंदों पर 4 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। पहले तीन ओवर में भारत दो बड़े विकेट खो चुका था और रन भी 19 ही बने थे। ऐसे में सचिन तेंदुलकर ने युवराज सिंह, यूसुफ पठान और इरफान पठान से ऊपर विनय कुमार को भेजने का फैसला किया। सचिन जानते थे कि अगर उस समय युवराज-पठान के विकेट भी श्रीलंका ने झटक लिए तो इंडिया मुश्किल में पड़ सकता है। इस वजह से उन्होंने विनय कुमार को पावरहिटिंग करने के लिए भेजा। सचिन जानते थे कि अगर तेजी से रन बनाने के चक्कर में विनय जल्दी आउट भी हो जाते हैं तो टीम पर कोई अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ेगा।
तीसरे विकेट के लिए वियन कुमार ने नमन ओझा के साथ 90 रनों की साझेदारी कर ना सिर्फ टीम को मुश्किल से निकाला बल्कि बड़े लक्ष्य की राह भी दिखाई। तीसरे ओवर से लेकर 11.3 ओवर तक यह दोनों खिलाड़ी बैटिंग करते रहे जिससे आगे आने वाले बल्लेबाजों से दबाव बिल्कुल हट गया। विनय कुमार ने 21 गेंदों पर 4 चौकों और 1 गगनचुंबी छक्के की मदद से 36 रनों की शानदार पारी खेली।
विनय कुमार की पारी से मिला नमन ओझा को सेट होने का समय
नमन ओझा फाइनल की शुरुआत में थोड़ा असहज दिख रहे थे, लेकिन विनय कुमार ने आकर जब पावरहिटिंग शुरू की तो इस सलामी बल्लेबाज को सेट होने का समय मिला। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में 90 रनों की नाबाद पारी खेलने वाले ओझा ने फाइनल में शतक जड़ नाबाद 108 रन बनाए। इसी के साथ वह टूर्नामेंट में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बने। श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मुकाबले में उन्होंने 15 चौकों के साथ 2 छक्के भी जड़े।
भारत ने श्रीलंका को 162 रनों पर समेटा
196 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम ने लगातार अंतराल पर विकेट गंवाए, जिसके कारण टीम लक्ष्य को हासिल करने में मुश्किल हुई। दूसरी ही ओवर में जयसूर्या 5 के निजी स्कोर पर आउट हुए। कप्तान तिलकरत्ने दिलशान 15 गेंद में 11 रन बनाकर आउट हुए। गुणारत्ने ने 17 गेंद में 19 रन बनाए। थरंगा 10 रन बना सके। जीवन मेंडिस 11 गेंद में 20 रन बनाए। ईशान जयरत्ने 22 गेंदों में सर्वाधिक 51 रन बनाए। भारत के लिए विनय कुमार ने सबसे अधिक तीन विकेट लेकर श्रीलंका को ढेर करने में अहम भूमिका निभाई।