भारत और न्यूजीलैंड के बीच कानपुर में चल रहे पहले टेस्ट की दूसरी पारी में भी श्रेयस अय्यर भारत के लिए संकटमोचक बनकर उभरे. अय्यर ने दूसरी पारी में भी अपना अर्धशतक लगाया. इसके साथ ही वो डेब्यू टेस्ट की एक पारी में शतक और दूसरी में अर्धशतक जड़ने वाले पहले भारतीय बने. भारतीय टेस्ट क्रिकेट के 90 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी बल्लेबाजन ने डेब्यू टेस्ट में शतक और अर्धशतक दोनो बनाय है.
उनसे पहले, सुनील गावस्कर ने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू टेस्ट की दोनों पारियों में अर्धशतक लगाए थे. वहीं, दिलावर हुसैन भारत के लिए डेब्यू टेस्ट की दोनों पारियों में फिफ्टी जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बने थे. उन्होंने 1934 में इंग्लैंड के खिलाफ यह कारनामा किया था. हालांकि, यह दोनों बल्लेबाज शतक नहीं लगा पाए थे.
श्रेयस अय्यर भी दूसरी पारी में 125 गेंद में 65 रन बनाकर आउट हो गए. उनका विकेट टिम साउदी के खाते में आया. श्रेयस ने अपनी इस पारी में 8 चौके और 1 छक्का लगाया. लेकिन आउट होने से पहले अय्यर ने पहले आर अश्विन के साथ छठे विकेट के लिए 52 और फिर ऋद्धिमान साहा के साथ सातवें विकेट के लिए 64 रन की अहम पार्टनरशिप की. श्रेयस की पारी के बदौलत ही भारत न्यूजीलैंड पर 200 रन से ऊपर की बढ़त हासिल कर पाया.
इससे पहले, श्रेयस अय्यर ने पहली पारी में 105 रन बनाए थे और डेब्यू पर शतक ठोकने वाले 16वें भारतीय बने थे. डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय लाला अमरनाथ हैं. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 1933 में मुंबई टेस्ट में ऐसा किया था.
श्रेयस से पहले डेब्यू टेस्ट में शतक लगाने का कारनामा मुंबई के ही बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने किया था. पृथ्वी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अक्टूबर 2018 में राजकोट टेस्ट में 134 रन की पारी खेली थी. 2013 में रोहित शर्मा ने भी वेस्टइंडीज के खिलाफ 177 रन बनाए थे. श्रेयस, रोहित और पृथ्वी तीनों ही मुंबई से आते हैं.
श्रेयस अय्यर कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में अपने पहले टेस्ट में शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय. उनसे पहले साल 1969 में गुंडप्पा विश्वनाथ ने ये कारनामा किया था. अय्यर ने भारतीय टीम की तरफ से टी20 और वनडे डेब्यू साल 2017 में ही किया था. हालांकि, उन्हें टेस्ट खेलने का मौका 4 साल बाद मिला. अय्यर टेस्ट खेलने वाले 303वें भारतीय क्रिकेटर हैं.