एक हार ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम में तहलका मचा दिया है। एशिया कप 2022 के फाइनल में श्रीलंका टीम से मिली हार ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान बाबर आजम और पाक बोर्ड को पूर्व क्रिकेटरों के निशाने पर ले लिया है। एक तरफ जहां बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान की धीमी बेटिंग पर सवाल उठ रहे हैं वहीं बाबर पर भी शक किया जा रहा है। यहां तक कि पाकिस्तान के पूर्व हेड कोच मिस्बाह-उल-हक ने भी टीम के तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी की कप्तानी की तारीफ करते हुए सांकेतिक बदलाव की मांग की है।
पिछले साल पाकिस्तान टी20 वर्ल्डकप के सेमीफाइनल में भी हार गया था एवं अब वह एशिया कप के फाइनल में भी हार गया है। इन दोनों मैचों से पहले कप्तान बाबर आजम की टीम को मजबूत दावेदार माना जा रहा था, लेकिन वह दोनों बार चूक गई। विश्व कप के बाद टीम को काफी समर्थन मिला, लेकिन अपेक्षाकृत कमजोर श्रीलंका टीम से हारने के बाद टीम पर सवाल उठ रहे हैं।
शाहीन बेहतरीन कप्तान
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मिस्बाह उल हक ने कप्तानी के मोर्चे पर ही इशारों इशारो में टीम की कमान बदलने की मांग की है। मिस्बाह ने इस वर्ष पाकिस्तान सुपर लीग जीतने वाली पाकिस्तान टीम के स्टार पेसर शाहीन शाह अफरीदी का सहारा लिया है। पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल paktv.tv से बात करते हुए मिस्बाह उल हक ने कहा,
मुझे लगा कि शाहीन साह अफरीदी की क्रिकेट की समझ जबरदस्त, जुझारू है, लेकिन कप्तानी शायद बहुत जल्दी है और खासकर T-20 में ऐसा नहीं कर पाएगी। लेकिन उन्होंने जिस तरह से कप्तानी की, उससे मैं काफी हैरान था। वह अबतक के सर्वश्रेष्ठ कप्तान थे। यही कारण है कि लाहौर कलंदर्स की जीत हुई।
मिस्बाह ने यह भी कहा कि बाएं हाथ के इस तेज बॉलर ने जिस तरह से टीम को प्रेरित किया एवं उन्होंने जिस तरह के फैसले लिए वह सामान्य कप्तानी से अलग था। उन्होंने कहा, जिस तरह से उन्होंने टीम को प्रेरित किया, जिस तरह के रणनीतिक निर्णय किए और जिस तरह से उन्होंने अपने खिलाड़ियों का इस्तेमाल किया। कोच के साथ बाहर बैठना और निर्णय लेना कप्तानी का स्टीरियोटाइप नहीं था … उसने इसका बहुत अच्छा इस्तेमाल किया।
बाबर आजम की टीम का था बुरा हाल
पीएसएल 2022 में शाहीन की कप्तानी में लाहौर कलंदर्स ने गत चैंपियन मुल्तान सुल्तान्स को हराकर खिताब जीता था। मुल्तान की कप्तानी मोहम्मद रिजवान ने की, जो पाकिस्तानी टीम का अहम हिस्सा हैं। वहीं पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम कराची किंग्स के कप्तान थे और उनके नेतृत्व में टीम सबसे खराब थी। कराची को पहले आठ मैचों में ही लगातार हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में पीएसएल की कप्तानी के जरिए बाबर आजम पर मिस्बाह-उल-हक का ये निशाना कई सवाल खड़े करता है।