कहते हैं ना कि सभी को मुकम्मल जहां नहीं मिलता. क्रिकेट जगत में ऐसी कई मिसालें हैं जब दो क्रिकेटर एक साथ डेब्यू तो करते हैं लेकिन उनकी किस्मत एक दूसरे से बिल्कुल अलग होती हैं. आज हम भारतीय क्रिकेटरों की 5 ऐसे जोड़ियों के बारे में बात कर रहे हैं जिन्होने डेब्यू तो एक साथ ही किया था लेकिन उसके बाद किस्मत का खेल कुछ ऐसा रहा कि एक अर्श पर पहुंचा तो दूजा फर्श पर रह गया. आइये जानें-
1- महेंद्र सिंह धोनी और जोगिंदर शर्मा
23 दिसंबर 2004 यही वो दिन था जब टीम इंडिया को धोनी के रूप में एक जबरदस्त खिलाड़ी मिला. इस टीम धोनी ने बांग्लादेश के खिलाफ डेब्यू मैच खेला था. इस मैच जोगिंदर शर्मा ने भी डेब्यू किया था. विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी इस मैच में शून्य पर आउट हुए थे तो वहीँ दूसरी तरफ जोगिंदर शर्मा ने इस मुकाबले में 5 रन बनाने के अलावा 1 विकेट लिया था.
जोगिंदर शर्मा धोनी की तरफ सफल नही हो सके.
2- सुरेश रैना और वेणुगोपाल राव
साल 2005 में श्रीलंका के खिलाफ एक वनडे मुकाबले में सुरेश रैना और वेणुगोपल राव ने अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शूरूआत एक साथ की थी. रैना तो इस मैच में खाता भी नही खोल सके थे. जबकि वेणुगोपाल राव ने इस मैच में 38 रन की साहसिक पारी खेली थी. बावजूद इसके अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में राव असफल रहे.
3- गौतम गंभीर और आविष्कार साळवी
2007 टी20 विश्वकप और 2011 के विश्वकप में साहसिक पारी खेलकर टीम इंडिया को जीत दिलाने वाले गौतम गंभीर और साल्वी ने दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी. साल्वी ने अपने डेब्यू मैच में 2 विकेट लिए थे. लेकिन साल्वी क्रिकेट में गंभीर जितनी प्रसिद्धी अर्जित नहीं कर सके.
4- रविचंद्रन अश्विन और प्रज्ञान ओझा
ओझा और अश्विन ने एक ही मैच से अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर का आगाज किया. ओझा ने इस मुकाबले में एक विकेट चटकाया था. अश्विन ने 2 विकेट लिए थे. लेकिन प्रज्ञान इसके बाद टीम से बाहर हो गये और अश्विन के जितनी सफलता अर्जित नही कर सके.
5- विराट कोहली और एस बद्रीनाथ
कोहली और बद्रीनाथ ने 2009 में श्रीलंका के विरुद्ध डेब्यू किया.विराट कोहली आज क्रिकेट जगत की ऊँचाइयों को छु रहे हैं. जबकि एस बद्रीनाथ फ्लॉप हो गये.