राहुल ने किया वो काम, जिसमें रोहित रहे नाकाम, पहली गेंद में दिखाया अफगानी को असर – The Focus Hindi

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राहुल ने किया वो काम, जिसमें रोहित रहे नाकाम, पहली गेंद में दिखाया अफगानी को असर

भारत के लिए एशिया कप एक निराशा के रूप में खत्म हुआ, लेकिन भारतीय टीम ने जाने से पहले एक दमदार जीत जरूर हासिल की. अफगानिस्तान के खिलाफ अपने आखिरी मैच में भारतीय टीम ने 101 रनों की विशाल जीत दर्ज की. इस जीत में वैसे तो सबसे ज्यादा चर्चा विराट कोहली के बहुप्रतीक्षित 71वें शतक और भुवनेश्वर कुमार की ही रही, लेकिन मैच में कप्तानी कर रहे केएल राहुल ने कुछ ऐसा किया, जो रोहित शर्मा नहीं कर रहे थे और इसके लिए आलोचना झेल रहे थे.

दुबई में गुरुवार 8 सितंबर को भारतीय टीम एशिया कप में आखिरी बार मैदान में उतरी. इस बार उसके सामने अफगानिस्तानी टीम थी, जो एक दिन पहले ही पाकिस्तान से कड़े मुकाबले में हारकर बाहर हुई थी. टीम इंडिया की ओर से इस मैच में रोहित शर्मा को आराम दिया गया था और ऐसे में राहुल ने कमान संभाली. विराट कोहली के 122 रनों के रिकॉर्ड शतक से भारत ने 212 रनों का बड़ा लक्ष्य खड़ा किया था.

राहुल की चाल कर गई काम

इसके जवाब में भुवनेश्वर ने 7 ओवरों के अंदर ही 5 विकेट लेकर अफगानिस्तान की पारी को तहस-नहस कर दिया था. ऐसे में भारत की जीत पक्की थी. सिर्फ 21 रन पर 6 विकेट गिरने के बाद राशिद खान और इब्राहिम जादरान के बीच साझेदारी हो रही थी. भारत को विकेट की तलाश थी और फिर राहुल ने अटैक पर लगाया ऑफ स्पिनर दीपक हुड्डा को.

दीपक हुड्डा ने सिर्फ 1 ही ओवर कराया, जिसमें 3 रन देकर ये विकेट हासिल किया. वैसे तो अफगानिस्तान की हार पहले से ही तय हो गई थी, फिर भी राहुल ने हुड्डा का इस्तेमाल किया और उन्होंने साबित किया कि वह टीम के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं.

रोहित की हुई थी आलोचना

हुड्डा इससे पहले पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ मुकाबलों में भी टीम का हिस्सा थे, लेकिन वहां न सिर्फ उन्हें बेहद नीचे बैटिंग के लिए उतारा गया, बल्कि एक भी गेंद नहीं करवाई गई. दोनों ही मैचों में जब बीच के ओवरों में भारत को सफलता की जरूरत थी और दबाव बनाने की जरूरत थी, तो टीम उसमें पूरी तरह कामयाब नहीं हो सकी. सिर्फ पांच प्रमुख गेंदबाजों के साथ उतरे कप्तान रोहित ने इस दौरान एक बार भी छठे गेंदबाज के रूप में हुड्डा की ऑफ स्पिन का इस्तेमाल नहीं किया और इसको लेकर दोनों ही मुकाबलों के बाद उनकी जमकर आलोचना हुई.

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